देहरादून। राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान सुमाडी़ के निदेशक प्रो0 श्याम लाल सोनी वैश्विक महामारी कोरोना की चपेट में आ गए। उनका असामयिक निधन एनआईटी के लिए बहुत बड़ी क्षति है। एनआईटी सुमाड़ी को लेकर उन्होंने बड़ी उम्मीदें पाली थी। आज एक विचारधारा का अंत हुआ। उन्हें इस संस्थान से खासा लगा व था वे इस शैक्षणिक संस्थान को ऊंचाईयों पर ले जाने की एक सोच रखते थे। शुक्रवार करीब 3 बजे अपराह्न प्रो.सोनी ने ऋषिकेश स्थित एम्स में अंतिम सांस ली। बताया गया कि वे असाध्य रोग से पीड़ित थे, लेकिन इस पर उन्होंने विजय हासिल कर ली थी। वे लगभग दस दिन से एम्स में भर्ती थे।
- प्रो.सोनी के असामयिक निधन से एनआईटी सुमाड़ी को अपूरणीय क्षति।
- केन्द्रीय शिक्षा मंत्री भारत सरकार डॉ0 रमेश पोखरियाल 'निशंक' ने प्रो0 सोनी के निधन पर जताया शोक।
- प्रो0 श्याम लाल सोनी ने 07 नवंबर 2017 को सुमाडी़ परिसर के निदेशक का कार्यभार संभाला था।
बताते चलें कि 07 नवंबर 2017 को प्रो0 सोनी ने सुमाडी़ परिसर के निदेशक का कार्यभार संभाला था। वे इस साल अगस्त से श्रीनगर में रहकर कामकाज देख रहे थे, जबकि इससे पहले सेटेलाइट परिसर से काम देखते थे। उनके निधन पर एनआईटी के टीचिंग और नानटीचिंग स्टाफ को गहरा सदमा लगा है। उनका अपने एनआईटी परिवार के सभी सहकर्मियों स्टाफ के साथ आत्मीयता थी वे सभी को एक समान स्नेह देते थे। उनके चले जाने खबर सुनते ही एनआईटी परिसर में गम का माहौल बना है।
केंद्रीय शिक्षा मंत्री डॉ0 रमेश पोखरियाल निशंक ने प्रो0 सोनी के आकस्मिक निधन पर गहरा दु:ख प्रकट करते हुए श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने कहा कि हमने अपने उच्च शिक्षा परिवार का एक महत्त्वपूर्ण सदस्य को दिया है। जो कि मेरे लिए एक व्यक्तिगत क्षति है। उन्होंने कहा कि सुमाडी़ परिसर के विकास को लेकर प्रो0 सोनी गंभीर और प्रतिबद्ध थे। हमने एक कर्तव्यपरायण अधिकारी और विद्वजन को खो दिया है।