गुजरात। अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर समाज के लिए कुछ कर गुजरने की चाह रखना हरेक के बस की बात नहीं है। मानवता सबसे बड़ा धर्म है और इस दिशा में उत्तराखंड मूल का कोई बेटा अगर कुछ कर गुजरने की चाह रखता हो तो इसमें बजाय उसकी निंदा के हौंसला अफजाई कर उसका मनोबल बढ़ाना चाहिए। विदेशी की धरती को अपना कार्यक्षेत्र बनाकर वहां पर रह रहे भारतीयों के अलावा अन्य देशों के लाचार एवं शोषित लोगों की आवाज जिसका कि मदद करते समय कभी मजहब आड़े नहीं आया, उसका नाम रोशन रतूड़ी है। ये कोई पहली मर्तबा नहीं कि जब वे किसी की आवाज अपनी कर्मस्थली से उठा रहे हों। जबकि इससे पूर्व भी वे ना जाने मदद को कितने हाथ बढ़ा चुके हैं। कल ही उन्होंने अपनी एक फेसबुक पोस्ट पर उत्तराखण्ड के एक भाई जो कि गुजरात के गांधी धाम के एक होटल में काम करता था वह ड्यूटी के दौरान हाई वोल्टेज करंट की चपेट में आने से बहुत बुरी तरह से झुलस गया और सबसे ज्यादा चोट इसके हाथ और ब्रेन (दिमाग) में लगी। जिसका उपचार गुजरात के राजकोट स्थित एक प्राइवेट अस्पताल "सिनर्जी हॉस्पिटल" के ICU वार्ड मे 25 सितम्बर से चल रहा है वह जिन्दगी और मौत के बीच झूझ रहा है। उसकी स्थिति बहुत गंभीर बने हुई है। डॉक्टरों ने ईलाज के लंबा चलने और इलाज पर तकरीबन 8-10 लाख रुपए का खर्चा होना बताया है। वह उत्तराखंड का मूल निवासी है और गुजरात के किसी होटल में नौकरी करता है एक होटलियर भाई की मदद की दरकार उन्होंने अपनी उस पोस्ट में की है। उन्होंने इंसानियत का वास्ता देते हुए एक इंसान की जिंदगी बचाने की गुजारिश सबसे की है ताकि किसी माँ बाप के सपनो का संसार उजड़ने से बच सके।
उन्होंने उत्तराखंड सरकार से भी प्रार्थना की है कि इस विषय का संज्ञान लेकर गुजरात मे जिंदगी और मौत के बीच जंग लड़ रहे उस बेवश सुंदर गोसाईं को गुजरात सरकार से मदद पहुंचाने के लिए कहें ताकि जिससे किसी के सपनो का संसार एक नई उम्मीद से फिर से जीवन जी सके। उन्होंने उत्तराखंड के आमजन मानस से भी विपत्ति में साथ देने की एक मार्मिक अपील की है। उन्होंने उत्तराखंड एवं गुजरात सरकार के सभी जनप्रतिनिधियों सेे निवेदन किया कि वे मदद करने के लिए आगे आएं और इंसानियत का साथ देकर पुण्य के भागीदार बने।
- सुंदर सिंह गोसाईं पुत्र श्री सरोप सिंह ग्राम बबलिया, स्याल्दे ब्लॉक, जिला अल्मोड़ा, उत्तराखंड का मूल निवासी है।
जो कि गुजरात के गांधी धाम के एक होटल मे काम करता था । ड्यूटी के दौरान हाई वोल्टेज करंट की चपेट में आने से बहुत बुरी तरह से झुलस गया और सबसे ज्यादा चोट इसके हाथ और ब्रेन(दिमाग) में लगी ।
जो कि राजकोट गुजरात के एक प्राइवेट अस्पताल "सिनर्जी हॉस्पिटल" के ICU वार्ड मे 25 सितम्बर से जिंदगी और मौत के बीच झूझ रहा है और इसकी स्थिति बहुत गंभीर बनी हुई है। डॉक्टरों ने ईलाज के लंबा चलने और 8-10 लाख रुपए का कुल खर्चा बताया है ।
गंभीर अवस्था में घायल सुंदर 6 बहनों का इकलौता भाई होने के साथ साथ माँ बाप की भी आर्थिकी का सहारा है। उसके मेहनताना से पहाड़ में रह रहे बहनों और बूढ़े माता पिता का भरण पोषण होता है।
अब जब परिवार का कमाने वाला ही हॉस्पिटल मे जिन्दगी और मौत की जंग लड़ रहा हो तो परिवार कितना असहाय टूट चुका होगा उम्मीद की जा सकती है। उसके खुद के ईलाज का पैसा कहाँ से आएगा ये अपने आप में सवाल छोड़ जाता है।
शायद उनकी इस मार्मिक अपील से किसी धनवान का दिल पसीज जाए। गरीब लाचार बूढ़े माता पिता एवं 6 बहनों के इस इकलौते भाई और हमारे पहाड़ी युवा को आज ईलाज के लिए पैसों की मदद की जरुरत है । इसलिए हम आपसे अपील करते है कि ईलाज के लिए पैसों की हर संभव मदद करने का कष्ट करे। न्यू एनर्जी स्टेट परिवार भी अपने पाठकों से अपील करता है कि इस खबर को पढ़कर ज्यादा से ज्यादा शेयर करें ताकि मदद को हाथ आगे बढ़े किसी के घर के सपनों का संसार उजड़ने से बच सके उम्मीद है कि निम्न नंबरों पर तहकीकात करने उपरांत ही आप जरुर मदद करेंगे। अगर विदेश की धरती पर रहने वाले उत्तराखंडी का दिल पसीज सकता है तो आपका क्यों नहीं?
"देखकर दर्द किसी का, जो आह निकल जाती है,
बस इतनी सी बात, हमको इन्सान बनाती है।"
परिवार का संपर्क नंबर :-
पिता - श्री सरोप सिंह - 8937005373
चाचा - श्री भवान सिंह - 9726327936
बैंक खाते की डिटेल :-
Bhavansingh Harisingh Gosai
State Bank of India
Branch :- Rajkot Gymkhana
A/c no. 31051805085
IFSC NO. SBIN0060070
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