देहरादून। आखिर क्यों टूट रहा है कार्यकर्ताओं का सब्र? विश्व की सबसे बड़ी पार्टी भारतीय जनता पार्टी ने मोदी नाम के सहारे अच्छे से अच्छी सफलता हासिल की लेकिन अबकी बार तो भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत तक अपने नेताओं/विधायकों को इस बात के लिए सजग रहने को कह चुके हैं कि बहुत हो गया मोदी नाम का सहारा अब विधानसभा में जाकर आमजन की सुनवाई किए बिना कुछ नहीं होने वाला। वे जो कहना चाह रहे हैं शायद कुछ ऐसा ही है कि जो धरातल पर काम करेगा उसे ही 2022 के विधानसभा चुनावों में प्राथमिकता दी जाएगी। मोदी मैजिक बिना काम किए काम नहीं आने वाला। अब अगर भाजपा में सब कुछ सही चल रहा है तो कार्यकर्ताओं का पार्टी से क्यों मोह भंग हो रहा है कहीं न कहीं कार्यकर्ता खुद को उपेक्षित महसूस कर रहा है। अब इसका जबाव तो पार्टी नेतृत्व ही बेहत्तर दें पाएंगे मगर जिस तरह कार्यकर्ता बजाय भाजपा को मजबूत करने के अन्य दलों को प्राथमिकता दे रहे हैं उससे मालूम होता है कि कहीं न कहीं कार्यकर्ता नाखुश तो है ही आज सिलसिले को जारी रखने का काम भाजपा ओबीसी मोर्चा के मंडल अध्यक्ष रविंद्र पडियार ने किया। उन्होंने भाजपा को बाय-बाय कर आम आदमी पार्टी का दामन थामा। सदस्यता ग्रहण के कार्यक्रम में मंच संचालन पार्टी प्रवक्ता राकेश काला ने किया और दिल्ली से देहरादून पहुंचे आम आदमी पार्टी के विधायक प्रवीण कुमार की उपस्थिति में प्रदेश अध्यक्ष एसएस कलेर के नेतृत्व में पार्टी में नए आए लोगों को आम आदमी पार्टी ने सदस्यता ग्रहण करवाई।