दिल्ली। जीवनभर गरीब और वंचित वर्गों के कल्याण व उनके अधिकारों के लिए संघर्ष करने वाले राम विलास पासवान लंबे समय से बीमारी से जूूूझ रहे थे आज सांय ही उनके निधन का समाचार प्राप्त हुआ। उन्होंने अपने राजनीतिक जीवन में हमेशा राष्ट्रहित और जनकल्याण को सर्वोपरि रखा। उन्होंने सदैैव दलगत राजनीति से ऊपर उठकर हरेक दलों के साथ समन्वय स्थापित कर सरकारों को चलाने में अहम भूमिका निभाई। उनके स्वर्गवास होने से भारतीय राजनीति में एक शून्यता उत्पन्न हो गई है।
वे चाहे 1975 के आपातकाल के विरुद्ध संघर्ष करना हो या मोदी सरकार में कोरोना महामारी में गरीब कल्याण के मंत्र को सार्थक करना हो, उन्होंने कहा कि इन सभी में अद्वितीय भूमिका निभाई है। एक अनुभवी सांसद के नाते उन्होंने कई महत्वपूर्ण विभागों की जिम्मेदारी संभालते हुए भी अपने सरल व सौम्य व्यक्तित्व से सबको प्रभावित किया।
भारतीय राजनीति व केंद्रीय मंत्रिमंडल में उनकी कमी को शायद ही मोदी सरकार पूरी कर पाए। क्योंकि वे गरीब कल्याण व बिहार के विकास के अधूरे स्वपन्न को पूर्ण करने के लिए राजनीति को सहारा लेकर उनकी बात को उठाते आए थे। लेकिन उनके न होने पर अब मोदी सरकार की अग्नि परीक्षा की घड़ी है कि वे कैसे अपने साथी को बिहार में ताकत देते हुए गरीबों एवं वंचित वर्गों की आवाज को उठाने का काम करते हैं। न्यू एनर्जी स्टेट परिवार केंद्रीय मंत्री के निधन पर विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित कर शत शत नमन करते हैं।