देहरादून।, आखिर कार 9 दिनों के लंबे अंतराल बाद आज यानी 16 से 24 अक्टूबर को आतंक का पर्याय बना बंदर पकड़ा गया। जिस बंदर ने ओम विहार, माता मंदिर रोड़ स्थित विलफील्ड स्कूल एवं आसपास में आतंक मचा रखा था आज काफी दिनों की मशक्कत के बाद रेस्क्यू टीम द्वारा लगाए गए पिंजरे में फंस ही गया। विगत 16 अक्टूबर को विलफील्ड स्कूल के संस्थापक डॉ0 राकेश काला ने स्वच्छ परिवेश फाउंडेशन के सचिव रविंद्र पडियार से सामान्य जानकारी साझा की कि उनके स्कूल एवं मोहल्ले के आसपास एक बड़ा बंदर और उसके बच्चे हैं जिसने काफी आतंक मचा रखा है जो कि कई लोगों पर झपट भी रहा है उनकी बात पर संज्ञान लेकर स्वच्छ परिवेश के रविंद्र पडियार ने इसकी शिकायत वन विभाग से की उसी समय रात को वन विभाग की रेस्क्यू टीम द्वारा एक पिंजरा लगाया गया लेकिन बंदर काफी बड़ा एवं समझदार होने की वजह से पकड़ा नहीं गया। पिंजरे का बार- बार स्थान बदला गया अंततः किसी तरह से बंदर पिंजरे में फंस गया एवं रेस्क्यू टीम द्वारा उसके बच्चे को भी पकड़ लिया गया। रेस्क्यू टीम के सदस्य रवि जोशी ने बताया कि बंदर एक मादा है एवं उन्होंने इतनी बड़ी मादा बंदर को पहली बार पकड़ा हैै। डॉ0 राकेश काला ने आतंकी बंदर के साए से निजात पाने की खुशी में रेस्क्यू टीम के दोनों सदस्य को स्कूल की तरफ से प्रतीक चिन्ह देकर पुरस्कृत किया। मोहल्ले के लोगों ने भी बंदर के पकड़े जाने पर खुशी जताते हुए रेस्क्यू टीम एवं स्वच्छ परिवेश फाउंडेशन का आभार प्रकट किया।