देहरादून।, आज उत्तराखंड संयुक्त ट्रेड यूनियन्स संघर्ष समिति की बैठक पूर्व कैबिनेट मंत्री एवं इंटक के प्रदेश अध्यक्ष हीरा सिंह बिष्ट के निवास पर हुई। बैठक में सीटू के प्रांतीय सचिव लेखराज, इंटक के प्रदेश अध्यक्ष हीरा सिंह बिष्ट , ऐटक के प्रांतीय महामंत्री अशोक शर्मा, एच. एम.एस के उग्रसेन बैंक से एस. एस.रजवार, नरमु (रेलवे मेन्स यूनियन्स) से नरेश कुमार , राजेश कुमार बीमा कंपनी से नंद लाल शर्मा , रक्षा से जगदीश छिमवाल आदि ने विचार व्यक्त किये ।
26 नवम्बर 2020 को ट्रेड यूनियनों की हड़ताल को सफल बनाने के लिए उत्तराखण्ड संयुक्त ट्रेड यूनियन्स संघर्ष समिति की बैठक सम्पन्न ।
इस अवसर पर सीटू के राज्य सचिव लेखराज ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार के द्वारा श्रम कानूनों में जो कटोती की गई है वह बर्दास्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने धींगा मस्ती में ये कानून पास किए। जो सीधे तौर पर बड़े औद्योगिक घरानों के मालिकों व कॉरपोरेट्स को फायदा पहुंचाने का काम करता है और मजदूरों को तो गुलाम बनाया जा रहा है ।
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार मुनाफे में चल रहे सार्वजनिक संस्थानों को निजी हाथों में बेचने का काम कर रही है जिसका संयुक्त ट्रेड यूनियन पुरजोर तरीके सविरोध कुया जाएगा ।
इस अवसर पर इंटक के प्रदेश अध्यक्ष हीरा सिंह बिष्ट ने कहा कि केंद की मोदी सरकार द्वारा रक्षा कारखानों को बेचने की साजिश की जा रही है जो कि सामरिक दृष्टि से उचित नहीं है। देश की सुरक्षा से खिलवाड़ है । उन्होने रेलवे , बैंक , बीमा , कोल इंडिया को बेचने का काम कर रही है । उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड की राज्य सरकार के द्वारा श्रम कानूनों को समाप्त कर श्रमिको को पुंजीपतियो के हवाले कर रही है जिससे मजदूरो को आर्थिक हानि होगी ।जिसका विरोध जारी रहेगा ।
इस अवसर पर ऐटक के प्रान्तीय महामंत्री अशोक शर्मा ने कहा कि भाजपा की केंद्र व राज्य की सरकारे मजदूर विरोधी साबित हो गयी है जिसका मजदूर डट कर विरोध करेगा उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा 12 घंटे काम का आदेश जारी कर मजदूरो को जहां एक तरफ आर्थिक नुकसान उठाना पड़ेगा वही जहा 3 पालियो में कार्य होता था अब दो पालियों में कार्य होगा जिससे एक ही झटके में हजारों मजदूरो को काम से हटा दिया जाएगा वही ज्यादा देर तक काम करने से मजदूर की कार्य करने की क्षमता भी कम हो जाएगी और दुर्घटनाये बढ़ेंगी । उन्होंने राज्य सरकार का विरोध करने के लिए व्यापक तौर पर जनजागरण अभियान पर बल दिया ।
इस अवसर पर तय किया गया कि आगामी 8 नवम्बर 2020 को राज्य स्तरीय मजदूरो का कन्वेंशन देहरादून में आयोजित करने का फैसला लिया गया है और 26 नवम्बर 2020 की हड़ताल को सफल बनाने के लिए व्यापक प्रचार प्रसार किया जाने का भी फैसला लिया गया है । बैठक में सीटू के भगवंत पयाल , रामसिंह भंडारी , रविन्द्र नौडियाल , इंटक के पंकज क्षेत्री , गगन ककड़ , ओ.पी.सूदी , ऐटक के ईश्वर पाल शर्मा , ए. बी.उनियाल , एकटू के संयोजक के.पी.चन्दोला आदि उपस्थित थे ।