उप्पूगढ़ के नव युवाओं ने बनाई कफ्फू सेना

टिहरी।, उप्पूगढ़ के नव युवाओं ने बढ़ती बेरोजगारी के बीच सामाजिक कार्यों को कैसे अंजाम दे इस उद्देश्य को लेकर अपनी गढ़ की शान वीर भड़ कफ्फू चौहान के नाम से कफ्फू सेना का गठन किया। जिसमें ग्राम सिल्ला उप्पू, सौड़ उप्पू, तल्ला उप्पू व मल्ला (ओलणी) उप्पू के सभी युवाओं की उपस्थिति रही। उप्पू गढ़ सही मायने में विकास की मुख्यधारा आज भी नहीं जुड़ पाया है। जबकि टिहरी जल विद्युत परियोजना निर्माण से पूर्व जिला मुख्यालय की महज आठ किमी की दूरी पर नेशनल हाईवे के किनारों पर ये गांव बसे  थे। गांव टिहरी झील के रमणीक स्थल डोबरा-चांठी पुल के करीब है। गांवों के युवा आज जिन विषम परिस्थितियों का सामना कर रहे हैं उससे उनमें एक सकारात्मक ऊर्जा का निर्माण हुआ है कि कैसे वे जन सरोकारों से जुड़ सभ्य समाज के निर्माण में अपना योगदान दे सके ताकि वे अपने स्तर से खुद भी कुछ नया कर सकें और समाज में व्याप्त भ्रष्टाचार के खिलाफ अपने स्तर से वंचित शोषित को न्याय दिलाने की दिशा में कार्य कर सके। युवाओं ने सबसे पहले अपने गृह क्षेत्र डोबरा-चांठी पुल, विस्थापन आदि सम-सामयिक विषयों पर चर्चा की। जिससे वे निष्कर्ष पर पहुंचेे कि अपना हक कैसे प्राप्त कर सकेंं। इस दिशा में इन नव युवाओं ने काम करना शुरू कर दिया है। बैठक मेंं सर्व सम्मति से कफ्फू सेना का निर्माण किया गया। विजय राणा को संरक्षक, हरीश जुयाल को अध्यक्ष, विकास गुसाई को उपाध्यक्ष, गंगा जुयाल को सचिव, मनवीर (कोषाध्यक्ष), मनवीर राणा (सह सचिव) संदीप भद्री, अमनदीप, अखिल बिष्ट, कुलदीप चौहान,गौतम राणा, गौतम दास, प्रीतम सिंह ,संजीत राणा, अजीत राणा, रविंद्र सिंह चौहान, सचिन जुयाल, उमेश जुयाल, गौतम राणा, पवन गुसांई, अर्जुन गुसांई आदि लोगों को कोर कमेटी का सदस्य चुना गया।


कफ्फू सेना के अध्यक्ष हरीश जुयाल ने कहा कि वेे संगठन को मजबूत करने का काम करेंगे उप्पू गांव को विकास की मुख्यधारा में कैसे जोड़ा जाए इस दिशा में काम करेंगे। ताकि हमारी उपयोगिता हमारे काम आ सके। जिसमें सभी युवाओं, मातृ शक्ति एवं बड़ो का आशीर्वाद संगठन को चाहिए। कार्यक्रम में नरेश चौहान, हरिओम भट्ट, राकेश भद्री, प्रवीण दास, मुकुल, राकेश बिष्ट, अंबिका जुयाल आदि उपस्थित रहे।