देहरादून।, आखिर ऐसी क्या वजह रही होगी कि भाजपा को बैकफुट पर आकर संभल कर बैटिंग करनी पड़ रही है। भाजपा द्वाराहाट विधायक महेश नेगी के प्रकरण में चारों तरफ से घिरे हुई है। उसी सिलसिले में आज द्वाराहाट विधायक ने भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत के समक्ष अपना पक्ष रखा और कहा कि वे हरेक जाँच के लिए तैयार हैं, परंतु जिस तरह के षडयंत्र में महिला द्वारा कांग्रेसियों के साथ मिलकर उन्हें फंसाने की कोशिश की जा रही है। वह एक सोची समझी चाल है। ये वही भाजपाई विधायक महेश नेगी हैं जिन के खिलाफ महिला द्वारा यौन शोषण का आरोप लगाते हुए शिकायत दर्ज की गई है। चारों विधायक गण भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत के समक्ष अपना रुख स्पष्ट करते हुए। नेगी ने कहा कि महिला एक षडयंत्र के तहत उन्हें फँसाने का प्रयास कर रही है । जिस षडयंत्र में कुछ कांग्रेस नेता भी शामिल हैं। ये महिला पहले भी अन्य लोगों को गलत तरीके से फंसा चुकी है। उससे जुड़े कई और मामले भी हैं। नेगी ने बताया कि वे अभी इस संबंध में और साक्ष्य एकत्र कर रहे हैं। वे इन सभी साक्ष्यों को एकत्र कर पुलिस को सौंपेंगे। इसके अलावा वे पुलिस को जाँच में पूरा सहयोग दे रहे हैं और देते रहेंगे। उन्होंने कहा कि पहले इस महिला ने ब्लैकमेल का प्रयास किया और जब उन की पत्नी ने इस मामले की एफआईआर कराई तो महिला ने अपने को बचाने के लिए उन पर आरोप लगा दिए और पुलिस को तहरीर भी दे दी। वे हरेक प्रकार की जाँच के लिए तैयार हैं ।
खानपुर विधायक कुंवर प्रणव चैंपियन, महेश नेगी, देशराज कर्णवाल ने प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत के समक्ष दिया स्पष्टीकरण
प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत ने बताया कि नेगी ने उन्हें कुछ दस्तावेज भी दिखाए। जिसमें मामले की जाँच हो रही है और हम जाँच परिणाम की प्रतीक्षा कर रहे हैं। वहीं पिछले साल तमंचे लहराने और देेवभूमि उत्तराखंड को गालियां देने का एक वीडियो वायरल हुआ वीडियो में चैंपियन एक हाथ में तीन तमंचे (पिस्टल,रिवॉल्वर) पकड़ते हैं और सुरक्षाकर्मी की कार्बाइन लेकर डांस करते दिखते हैंं। फिर वह गाली देकर पूछते हैं, "कोई ... पकड़ सकता है तीन तमंचे एक हाथ में?"
"किसी की आवाज आती है, "यह तो रिकॉर्ड बन जाएगा उत्तराखंड का..."अब चैंपियन कहते हैं "उत्तराखंड का नहीं हिंदुस्तान का, उत्तराखंड रहा मेरे...... पर"
जब सोशल मीडिया में वायरल इस वीडियो से भाजपा की भद पिटने लगी। तब इसका संज्ञान लेना भाजपा ने जरुरी समझा। इस वीडियो पर राष्ट्रीय प्रवक्ता सांसद (राज्यसभा) अनिल बलूनी ने भी एतराज जताया थापरिणाम स्वरुप भाजपा ने 18 जुलाई, 2019 को चैंपियन को 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया था। क्योंकि तब तक कांग्रेसी विधायक साहब भाजपा के झंडे के नीचे चुनाव भी जीत चुके थेे। जाहिर सी बात है भाजपा ने किरकिरी होने से बचने के लिए 18 जुलाई 2019 को भाजपा से खानपुर विधायक कुंवर प्रणव चैंपियन को भाजपा से 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया था। तत्काल बाद हुए मानसून सत्र में तो चैंपियन शामिल नहीं हुए लेकिन शीतकालीन सत्र में जरुर शामिल हुए। यूं तो वह सदन में सत्ताधारी पार्टी से अलग बैठे मगर अपने पुराने साथियों केे बीच में ही बैठे दिखे। जिस नाटकीय अंदाज में 13 महीने उपरांत भाजपा ने उन्हें गलेे लगाया उससे ऐसा प्रतीत होता है कि उत्तराखंड की अस्मिता को कोई भी तार-तार कर दे लेकिन राजनीतिक बेवशी उसे गले लगाकर सब कुछ माफ कर देगी। उन्होंने बड़ी बेवाकी से माफी मांग खुद के किए कारनामोंं पर पर्दा डाल दिया और देश के सबसे बड़े राजनीतिक दल ने उसे सहस्र स्वीकार कर ये साबित कर दिया तुम चाहे हमारी अस्मिता को जितनी भी ठेस पहुंचाओ/गाली दे दो मगर चुनाव जीतने और जिताने वाले प्रत्याशियों के लिए यहाँ सारी गलती माफ है। खानपुर विधायक की सारी गल्तियों पर पर्दा डाल आखिर कार उन्हें बनवास से मुक्ति देकर फिर से उनकी हौंसला अफजाई कर भाजपा ने उनकी पीठ थपथपाई है। प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत ने कहा कि विगत 13 महीनों में जब से कुंवर प्रणव चैंपियन को पार्टी से निष्कासित किया गया यह देखने में आया कि इनके स्वभाव में सकारात्मक परिवर्तन आया और इस बात की मुझे खुशी है मुझे उम्मीद है कि भविष्य में यह दोनों विधायक इस प्रकार की कोई भी गलती नहीं करेंगे , ऐसा दोनों ने वायदा भी किया है। पर सवाल रह जाता है आखिर कब तक देवभूमि यानी माँँ हमारी संस्कृति को गाली देने वालों को यूं ही बक्शा जाएगा? अब चैंपियनशिप हासिल कर चैंपियन ने खुद को पहाड़ से जोड़ कर उन लोगों को अपना परिचय और जोरदार अंदाज देते हुए कहा जो उनके खिलाफ कल तक आवाज उठा रहे थे।
"मैं इसी देवभूमि का लाल हूँ। पार्टी का सेवक होने के नाते मुझसे जो गलतियां हुई उसके लिए मैंने 13 माह के कार्यकाल का पूरा पालन किया है। दिसंबर में जिला पंचायत का चुनाव हुआ था हमने भारतीय जनता पार्टी के लिए कार्य किया मेरी पत्नी जिला पंचायत हैं और हमने हरिद्वार में पहली बार अध्यक्ष जिला पंचायत भाजपा का बनाया। पिछले वर्ष एक वीडियो वायरल किया था जिसमें मुझे अपशब्द बोलते दिखाया गया था मैंने तभी खेद व्यक्त किया था और आज पुनः हाथ जोड़कर देवभूमि वासियों से माफी मांगता हूँ। देवभूमि का बच्चा हूँ इसी माटी का लाल हूँ, देवभूमि अपने बच्चों को माफ करते आई है। देवभूमि से मेरा नाता बहुत गहरा है मेरी सगी दादी रानी सरस्वती बेवी गढ़वाल के लैंसडाउन के पट्टी ज्यौत्स्यूं के सिमारखाल की रहने वाली थी वे लोग बिष्ट राजपूत थे मेरे अंदर आधा खून तो पहाड़ का ही है मैं कैसे गलत बोल सकता हूँ वैसे भी अगर गलती हुई होगी तो मैं पुनः क्षमा याचना चाहता हूँ। ये अहद उठाता हूँ पार्टी के अनुशासन और रीति-नीति का पालन करुंगा।"
" तब विधायक की अभद्र गालीगलौज के खिलाफ नेहरु कालोनी थाने में पर्वतजन के एसोसिएट एडिटर रहे गजेंद्र रावत ने एफ आई आर दर्ज की थी। उनके देवभूमि उत्तराखंड के लिए की दी गई अभद्र गालीगलौज के लिए तब अनेक संगठनों/व्यक्तियों नेे आवाज उठाई थी। "
अब दागदार होने के बावजूद भाजपा किसी को बेदाग कर दे तो कुछ कह पाना संभव नहीं क्योंकि चुनाव सिर पर है ऐसी परिस्थितियों में आगामी विधानसभा चुनाव तक दाग ऐसे ही धुलते जाएंगे और हमारी उत्तराखंडियत पर सवाल छोड़ते जाएंगे। भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ0 देवेंद्र भसीन ने बताया कि प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत द्वारा विभिन्न मामलों में जिन चार विधायकों को अपना पक्ष रखने के लिए आने के लिए सूचना भिजवाई गई थी। उनमें से चैम्पियन व कर्णवाल के प्रकरण निस्तारित हो गए हैं। नेगी का प्रकरण पुलिस की विवेचनाधीन है। जबकि पूरण सिंह फर्त्याल से सम्पर्क न हो पाने से उन्हें सूचना नहीं हो पाई। उन्हें पुनः सूचना कराई जा रही है।