टिहरी। उत्तराखंड जन एकता पार्टी के जिलाध्यक्ष संजय मैठाणी की अगुवाई में केंद्रीय अध्यक्ष दिनेश धनै ने टिहरी विधानसभा के जाखणीधार क्षेत्र का भ्रमण किया। जिलाध्यक्ष संजय मैठाणी की अध्यक्षता में केंद्रीय अध्यक्ष दिनेश धनै ने उजपा की ब्लॉक कार्यकारिणी का गठन किया। जिसमें ब्लॉक अध्यक्ष धर्म सिंह गुनसोला और महिला ब्लॉक अध्यक्ष सुधा रावत को सर्व सम्मति से नियुक्त किया गया। आज देवलमहादेव मन्दिर में आयोजित कार्यकम में 33 गांवो के लगभग 500 कार्यकर्त्ताओं ने उत्तराखंड जन एकता पार्टी का दामन थामा। जिसमें भाजपा और कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने पार्टी के कार्यों में आस्था व्यक्त करते हुए उजपा का दामन थामा। उजपा में शामिल हुए कार्यकर्त्ताओं को सम्बोधित करते हुए केंद्रीय अध्यक्ष धनै ने कहा कि दल चाहे कोई भी क्यों न हो जब तक ये उत्तराखंडियत की बात नहीं करेंगे तब तक शायद ही उत्तराखंड विकास के पथ पर अग्रसर हो। उसके लिए कुछ बड़ा सोचना होगा दिल्ली केे रिमोट से उत्तराखंड के पहाड़़ों को नहीं चलाया जा सकता है। हमें अपने घर से ही इसकी पहल करनी होगी। उजपा ही आज एक मात्र विकल्प है जिसमें रहकर आप अपनों की आवाज उठा सकते हो। अब दिल्ली से नहीं टिहरी या अन्य पहाड़ी जिलों से तय करने की जरुरत है जिसमें हरेक उत्तराखंडी का साथ चाहिए। जरुरत है इस ओर पहल करने की। भाजपा कांग्रेस की विकास विरोधी सोच की वजह से इन सभी समर्पित कार्यकर्ताओं ने राष्ट्रीय पार्टियों का दामन छोड़ उजपा में शामिल हुए हैं। कार्यकर्ताओं ने केंद्रीय अध्यक्ष धनै के समक्ष इस बात का भरोसा दिलाया कि वह पार्टी को गांव के बूथ तक मजबूत करेंगे। इस मौके पर पूर्व कैबिनेट मंत्री व केंद्रीय अध्यक्ष उत्तराखंड जन एकता पार्टी दिनेश धनै ने पुनः सभी को बधाई देते हुए कहा कि उनकी पार्टी का उद्देश्य सभी लोगों का सर्वांगीण विकास करना है लोगों को रोजगार से जोड़ना है जिसके लिए कार्य शुरु कर दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा और कांग्रेस ने पहाड़ के लोगों के साथ अब तक बारी-बारी से छल किया है। जिसको लेकर अब उत्तराखंड जन एकता पार्टी चहुं ओर अभियान चलाएगी लोगों को जागरुक कर अपने साथ जोड़कर विकास कार्य करेंगे। इस मौके पर पार्टी के जिलाध्यक्ष संजय मैठाणी महिला जिलाध्यक्ष रागिनी भट्ट, पूर्व ब्लाक प्रमुख चम्बा आनंदी नेगी, महिला ब्लॉक अध्यक्ष सुधा रावत, धर्म सिंह गुनसोला, रुप सिंह नेगी, टी के बिजल्वाण, विक्रम रावत, जय वीर पंवार, यशपाल पंवार, गब्बर सिंह चौहान आदि मौजूद थे
33 गांवों के लगभग 500 लोगों ने थामा यूजेपी का दामन