देहरादून। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने डॉक्टर्स, नर्सेज, मेडिकल स्टॉप और जो दूसरे सरकारी कर्मचारी या गैर सरकारी संगठन, वायरस जनित महामारी (कोरोना) के खिलाफ लड़ाई में फ्रंट वॉरियर्स के तौर पर लड़कर महामारी से हमें बचा रहे हैं उनके साथ हो रहे दुर्व्यवहार की घटना की निंदा करते हुए कहा कि जो डॉक्टर फ्रंट फुट पर आकर आमजन की रक्षा के लिए खुद की जान जोखिम में डालकर मुस्तैद हैं उनके साथ हो रहे दुर्व्यवहार की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं जो कि चिंता जनक है। वे कहते हैं कि एक डॉ0 जो कोरोना जैसी महामारी से लड़ने के लिये, अपनी और अपनों की परवाह किये बिना अपना जीवन समर्पित किए हुए है और जब उनके शव को एंबुलेंस से दाह संस्कार के लिए कब्रिस्तान ले जाया जा रहा था तो उन पर चेन्नई में पथराव की घटनाएं चिंताजनक है। IMA ने कहा है कि, आज हम दीया जलाकर, सब अपनी एकता जाहिर करेंगे। तो हरीश रावत ने भी ऐसे समय में विषम परिस्थितियों में काम करने वाले डाक्टरों के साथ दीया जलाकर आईएमए के साथ अपनी एकजुटता प्रकट कर उनकी हौंसला अफजाई कर साथ-साथ मेडिकल फैकेल्टी को प्रणाम भी किया यही कद्दावर नेताओं की पहचान भी होती है।
पूर्व मुख्यमंत्री ने आईएमए की हौंसला अफजाई कर जलाया दीपक