हरिद्वार। हरिद्वार जनपद अंतर्गत पड़ने वाले कलियर शरीफ रोड़ क्षेत्र की सारी गंदगी नालों के माध्यम से गंग नहर में डाली जा रही है। जो कि प्रधानमंत्री के स्वच्छ भारत अभियान को भी पलीता लगा रही है, के साथ ही उत्तराखंड में नदियों की सफाई को लेकर वृहद रुप से चल रही 'नमामि गंगे' जैसी परियोजना की कार्य प्रणाली पर भी सवाल खड़े कर रही है। अगर वाकई में सरकार नमामि गंगा के माध्यम से नदियों को स्वच्छ रखने की बात कह रही है तो ये क्या है? कहीं न कहीं ये भी माँ गंगा का ही स्वरुप है जिसे गंग नहर का नाम दिया गया है और ये रुड़की क्षेत्र ही नहीं अपितु उत्तर प्रदेश की खेती को भी सींचित करने के साथ ही वहां गंगा जल के रुप में लिया जाता है। सिंचाई विभाग को गंग नहर को दूषित करने वाले महकमे का संज्ञान लेकर उस पर कार्रवाई करनी चाहिए। हरिद्वार में बहने वाली नदियों, नहरों का जल आमजन की आस्था से जुड़ा है अगर आमजन की भावनाओं के साथ इस तरह का खिलवाड़ किया जा रहा है तो उस पर सरकार को गंभीरता से विचार करना चाहिए। युवा अधिवक्ता शिवम शर्मा ने गंग नहर में खोले गंदा नाले का संज्ञान लेते हुए सीएम पोर्टल में इस विषयक अपनी शिकायत (पंजीयन क्रमांक 52510) दर्ज की है। अब देखना यह है कि सरकार इस युवा अधिवक्ता की बातों को कितनी गंभीरता से लेती है।
गंग नहर को दूषित करने पर युवा अधिवक्ता शिवम ने की सीएम पोर्टल पर शिकायत दर्ज