पर्यावरण के साथ ये कैसा खिलवाड़

देहरादून। नगर निगम देहरादून दून को प्रदूषण मुक्त करने की दिशा में एक ओर मानव श्रृंखला बनाकर सिंगल यूज प्लास्टिक मुक्ति का संदेश देती है तो सड़कों पर दौड़ती  काला जहर छोड़ती इन बसों पर कौन लगाम कसेगा?  जितना जहर प्लास्टिक से है उससे कई घातक बसों और इंडस्ट्रीज से निकलने वाले रसायनों से है जो मानव शरीर को सीधे नुकसान पहुंचाता है। एक तरफ सरकार दून को स्मार्ट सिटी बनाने जा रही है और दूसरी ओर दून वासियों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ करने वालों को ऐसी खुली छूट दिए हुई है। अब ऐसे में मुख्यमंत्री के दून को स्मार्ट सिटी बनाने जैसी योजना को पलीता लगना तय है। पर्यावरण असंतुलित करने वाले ऐसे लोगों पर सरकार को नकेल कसनी चाहिए। अगर दून वास्तव में स्मार्ट सिटी की ओर अग्रसर है तो सरकारों का बजाय शिथिल रवैये के कठोर कार्रवाई कर दून की आवोहवा को बनाए रखने वाले हरेक कारको पर ध्यान देना होगा तभी प्रधानमंत्री मोदी व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के साथ ही मेयर दून सुनील उनियाल गामा का स्वच्छ और स्वस्थ्य दून का सपना साकार होगा।