दिलशाद गार्डन में दिखेगी उत्तरैणी-मकरैणी की धूम

दिल्ली।, उत्तराखंड भ्रातृ मंडल (पंजी), दिलशाद गार्डन के महासचिव विनोद नौटियाल ने बताया कि संस्था हरेक साल की भांंति इस साल भी दिलशाद गार्डन क्षेत्र के सभी उत्तराखण्डी प्रवाासियों को अपनी संस्कृति से रुबरु करवाएगी। वे कहते हैं 'उत्तरैणी-मकरैणी' यानी मकर-संक्रांति त्योहार उत्तराखंड की संंस्कृति का परिचायक हैैै और हमेें चाहिए कि अपनी संस्कृति और सांस्कृति धरोहरों को संजोकर रखेें चाहेे हम क्यों न देश-दुनिया के किसी कोने मेें होंं, अगर हमारी संस्कृति और सांस्कृति धरोहरें जीवित रहेंगी तो हम अपनी आगे की पीढ़ी को उसके बारे में कुछ ज्ञान साझा कर सकेंगे। हमें अपने इतिहास को जानने के लिए मन-मस्तिष्क पर जोर नहीं डालना पड़ेगा। उन्होंने अपने सभी उत्तराखंड वासियों को उत्तरैणी-मकरैणी बधाई देते हुए उत्तराखंड को मजबूत करने के लिए अपना-अपना योगदान देने का आव्हान किया। उत्तरैणी-मकरैणी का पावन पर्व 15 जनवरी के दिन श्री बद्रीनाथ मन्दिर दिलशाद गार्डन का स्थापना दिवस भी है। इस शुभावसर पर प्रातः 8:00 बजे से श्री बद्रीनाथ मंदिर में श्री विष्णु सहस्रनाम पाठ किया जाएगा और तत्पश्चात शोभा यात्रा मंडल कार्यालय से श्री बद्रीनाथ मन्दिर से प्रात 9:00 बजे अपनी वाद्य यंत्र ढोल-दमाऊ  मसकबीन के साथ एक विशाल शोभायात्रा के रूप में अपने उत्तराखंड संगम मार्ग होते हुए कार्यक्रम स्थल पर पहुंचेगी। कार्यक्रम स्थल पर उत्तरैणी के पावन अवसर पर सुबह 11 बजे से हवन व दान, दोपहर 12 बजे से बच्चों एवं महिलाओं द्वारा उत्तराखंड की संस्कृति पर आधारित रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम एवं खिचड़ी प्रसाद वितरण किया जायेगा। उन्होंने अपने सभी उत्तराखंडी प्रवासियों से इस माध्यम से विनम्र  आग्रह किया कि वे अपने पवित्र त्यौहार उत्तरैणी-मकरैणी मकर संक्रांति(खिचड़ी संक्रांति) महोत्सव मे बढ़-चढ़कर भाग ले लेकर उत्तराखंड की एकता का परिचय  देकर अपनी संस्कृति को आगे बढ़ाने केे लिए सपरिवार सम्मिलित होने की कृपा करेंं।