भारी बर्फबारी से उत्तराखंड में बढ़ी ठिठुरन

#उच्च हिमालयी क्षेत्र में पड़ने वाले जनपदों उत्तरकाशी, टिहरी सहित धनोल्टी, मसूरी, सुरकण्डा और आस-पास के कई इलाकों में भारी बर्फबारी जारी है। 


 देहरादून।, मौसम ने साल 2020 में बर्फबारी से नया आगाज किया। भारी बर्फबारी से टूरिस्टों का उत्तराखंड आने का सिलसिला शुरु हो गया है। बर्फबारी से तो ऐसा प्रतीत होता है मानो धरती पर अगर कहीं कुछ देखने लायक है तो उत्तराखंड से बढ़कर शायद ही कोई जगह हो। उत्तराखंड की पहाड़ियां इस समय बर्फबारी से लकदक भरे हुई है। बर्फबारी का आलम ये है कि सीमांत जनपद उत्तरकाशी में तो लगातार हो रही बर्फबारी से कई गांव सफेद चादर से ऐसे ढ़के हुए जैसे मानो नक्शे से ही अलग- थलग पड़ गए हो। क्योंकि यहां की आम दिनचर्या इस बर्फबारी से बाधित पड़े हुई है। जनपद के दोनों ही तीर्थ स्थल गंगोत्री और यमुनोत्री जाने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग बर्फबारी के कारण बंद पड़े हुए हैं। इसके साथ ही कई सम्पर्क मार्ग भी बंद पड़े हुए हैं। राजधानी देहरादून से सीमांत जनपद उत्तरकाशी को जोड़ने वाला मार्ग भी (मोरियाना टॉप में) भारी बर्फबारी के कारण दो दिन से बन्द पड़ा है। उच्च हिमालयी क्षेत्र की पहाड़ियों में कई गांव इस समय हिमपात की चपेट में हैं। मौसम विभाग भारी बारिश और बर्फबारी की पूर्व में चेतावनी जारी कर चुका है। प्रदेश में हिमपात को देख सभी जिला प्रशासन और संबंधित महकमों की टीमों को अलर्ट रहना जरुरी है। आज नई टिहरी, सहिया और कई स्थानों पर भारी बर्फबारी हुई। राड़ी टॉप में एनएच विभाग की टीम हाईवे खोलने को लेकर लगातार प्रयासरत है। राष्ट्रीय राजमार्ग गंगोत्री में बीआरओ की टीम मय मशीनरी हाईवे खोलने को लेकर प्रयासरत हैं। विभागीय अधिकारियों का कहना है कि मार्ग खोलने में बर्फबारी सबसे बड़ी समस्या बन रही है। सीमांत जनपद उत्तरकाशी में हो रही भारी बर्फबारी के कारण राष्ट्रीय राजमार्ग बंद पड़े हुए हैं। जनपद के सम्पर्क मार्गों में हर्षिल, मुखबा सहित मोरी के पर्वतीय क्षेत्रों के कई गांव को जोड़ने वाला नैटवाड़-सांकरी मोटर मार्ग भी बंद पड़ा हुआ है। यमुनोत्री राजमार्ग के बड़कोट में हनुमानचट्टी-खरसाली मोटर मार्ग भी बर्फबारी के कारण बंद है। टिहरी के नई टिहरी, काणाताल सहित धनोल्टी, मसूरी, सुरकण्डा और आस-पास के इलाकों में भारी बर्फबारी जारी  है। जिससे जहां पर्यटकों की संख्या में इजाफा हुआ है मगर वहींं आमजन हिमपात के चलते कमरे में कैद है और बच्चों, बुजुुर्गों, बेसहारा/लावारिसों के लिए बढ़ती ठंड किसी आफत से कम नहीं है। भारी बर्फबारी से पहाड़ों के आमजन को दिक्कतों का सामना न करना पड़े इसके लिए शासन- प्रशासन को मुस्तैद रहना चाहिए। जनपद के मैदानी क्षेत्र में शीतलहर और पर्वतीय क्षेत्र में बर्फबारी, बढ़़ती ठंड के प्रकोप को देखते हुए जिला प्रशासन ने देहरादून जनपद के सभी विद्यालयों के प्री-प्राईमरी से कक्षा 8 तक के विद्यार्थियों का 6/01/2020 से 12/01/2020 तक अवकाश घोषित किया है।