आखिर जान-माल का जिम्मा किसके हाथ 

नई टिहरी। राम भरोसे है नई टिहरी आवासीय कॉलोनी वासियों का जीवन। मामला टीएचडीसी द्वारा बनाई गई आवासीय कालोनी के मुख्य बाजार से लगते हुुए टाॅइप 2 सी ब्लॉक का है जो भवन विभागीय कर्मचारियों को आवंटित किए गए हैं। इन भवनों को आवंटित करने की जिम्मेदारी जिला प्रशासन यानी जिलाधिकारी के पास होती है और रख-रखाव का जिम्मा प्रांतीय खंड लोक निर्माण विभाग टिहरी के पास होता है। लेकिन विभाग कैसा संवेदन शून्य है कि आवासीय कॉलोनी वासियों द्वारा लंबे अरसे से शिकायत किए जाने के बावजूद भी हाथ पर हाथ धरे ऐसे बैठा है मानो किसी अनहोनी की प्रतीक्षा कर रहा हो। खैर प्रशासन के लिए ये कोई नया वाकया नहीं है ये तंद्रा से तभी जागते हैं जब कोई हादसा हो जाये। बिल्डिंग निवासी वर्षा रानी, रजनी नौटियाल, आशीष नौटियाल, जलम दास, हिम्मत सिंह नेगी, मीना महर, पुरुषोत्तम भट्ट, पीएस राणा ने मिलजुलकर समय-समय पर विभाग के संज्ञान में इस बात को लाया है और विभाग की इस लचर व्यवस्था के कारण मलबा गिरने से भारी आक्रोशित हैं। बिल्डिंग के तीसरे माले में निवासरत पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष प्रताप गुसांई बताते हैं कि उनकेे द्वारा विभाग को इस बारे में पहले भी कई बार सूचित किया जा चुका है। उन्होंने विभाग की कार्य प्रणाली पर ही सवाल खड़े कर कहा कि आखिर विभाग इतनी लंंबी प्रतीक्षा क्या किसी अनहोनी के लिए कर रहा था अगर सीढ़ी के मलबे से कोई अनहोनी हो जाती तब उसका जिम्मेदार कौन होता? उन्होंने सीढ़ी टूूटने की जानकारी संबंधित विभाग के अधिशासी अभियंता कलम सिंह नेगी को दे दी है उन्होंने कहा संबंधित विभाग जो कि कुछ दूरी पर होने के बावजूद शायद ही अधिकारी ने कभी घटना पूर्व इस विषय का संज्ञान लेने की कोशिश की हो। हां इतना जरूर है कि अभी सूचना का संज्ञान लेकर रोकथाम के लिए बल्लियों का सहारा जरुर दिया गया है। परन्तु अभी तक पुल्ड हाउस की मरम्मत पर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। जबकि नई टिहरी भूकंप जोन में आता है अगर ऐसे ही बल्लियों के सहारे छोड़ दिया गया और तीव्र गति से भूकंप नेे दस्तक दे दी और खुदा न खास्ता कोई नुुकसान होता है तो इसका कसूूरवार कौन? जैसे अनगिनत सवाल प्रशासन और संबंधित विभाग की खामियों को लेकर उठते हैं। अब देखना ये बाकि है कि जनता के जगाने के बाद विभाग तंद्रा से कब जागेगा ।