दिल्ली। , उत्तराखंड राज्य के प्रवासी जहां-जहां पर संगठित होकर रहते हैं वे राज्य प्राप्ति के लिए उन शहीदों की शहादत को नमन करना नहीं भूलते जिनकी शहादतों से इस राज्य की प्राप्ति हुई। ऐसा ही समां बंधाने का प्रयास उत्तराखंड भ्रातृ मंडल (पंजी) दिलशाद गार्डन, दिल्ली करने जा रही है। संस्था के महासचिव विनोद नौटियाल और उनके अध्यक्ष निर्मल धनोला, सचिव प्रकाश गहतोड़ी और अनेक सांठनिक साथी हरेक साल की भांति उत्तराखंड राज्य का स्थापना दिवस की 19 वीं वर्षगांठ बड़े धूमधाम से मनाने जा रहें हैं। 'न्यू एनर्जी स्टेट' से संस्था के महासचिव विनोद नौटियाल की हुई वार्ता के अनुसार 'कोई भी पंजीकृत संस्था कभी भी किसी की निजी प्रापर्टी नहीं होती है ये हमारे समाज के समाजोन्मुखी विकास को केन्द्र में रखकर बनाई जाती है।' ठीक इसी प्रकार उत्तराखंड भ्रातृ मंडल (पंजी) संस्था की नींव 1985-1986 में स्वर्गीय श्री दिलीप सिंह रावत जी की अध्यक्षता में 10-12 सदस्यों के साथ रखी गई और तब से संस्था लगातार समाज हित में और अपनी संस्कृति को पहचान दिलाने के लिए कार्यरत हैं। साल 2007 -09 तक कार्य कारिणी का महासचिव रहा पुराने कार्यकाल को देखते हुए एक बार फिर से हमारी संस्था 'उत्तराखंड भ्रातृ मंडल (पंजी0)' दिलशाद गार्डन, दिल्ली ने मुझ पर भरोसा जताया और पुनः महासचिव की जिम्मेदारी सौंपी, जिसके अध्यक्ष निर्मल सिंह धनोला हैं। विनोद नौटियाल बताते हैं कि वर्तमान में RWA N-पॉकेट, दिलशाद गार्डन के प्रधान के रूप में पिछले 2 साल से सेवा दे रहा हूँ । इससे पूर्व 6 साल RWA के महासचिव के रूप में कार्य कर चुका हूं। संस्था ने जिस भरोसे से मुझ पर लगातार दो कार्यकाल दायित्व सौंप कर भरोसा जताया मेरा प्रयास रहता है कि उस भरोसे को दिलशाद गार्डन में अपने समाज की आवाज बनकर जनसरोकार से जुड़े रहूँ और सामाजिक जीवन के अनुभवों से अपने समाज को लाभान्वित कर सकूं। जिसके लिए मैं जब से इस महत्वपूर्ण जिम्मेदारी से बंधा तभी से निस्वार्थ भाव से सबको साथ लेकर अपने समाज को संगठित करने की पहल से जुड़ा हुआ हूँ जन सरोकारों से जुड़े कार्यों में मेरे प्रेरणा स्रोत मेरे बड़े रहें हैं। जिनका मार्ग दर्शन मुझे समय-समय पर मुझे मिलता रहा है और उसी के परिणाम स्वरुप हम उत्तराखंड भ्रातृ मंडल (पंजी) संस्था को एक नया आयाम देने की कोशिश में लगे रहते हैं। नयी कार्यकारिणी समेत अनेक सुझावों से संस्था ने राज्य स्थापना दिवस धूम धाम से मानाने का निर्णय लिया है। जिसमें उत्तराखंड केे सभी प्रवासियों को निमंत्रित किया गया हैै। प्रवासियों का पर्व चाहेे कोई भी क्यों न हो लेकिन अस्मिता से जुड़े रहना जरूरी है। ये दिन उन शहादतों को याद नमन करते हुए अपनी मिट्टी के लिए दिए जाने वाले योगदान पर मंथन करने वाला दिन है जिसे हरेक उत्तराखंडी अपने-अंदाज मेें मनाताा है भला उत्तराखंड के लिए इससे बढकर और क्या गौरव की बात हो सकती है कि उत्तराखंडी अपनी अस्मिता को बरकरार रखे हुए है। आईए इस निमंत्रण पर गौरफरमांए कि इसमें क्या कुुछ विशेष है।
मान्यवर,
सादर वंदन।
जैसा कि विदित है कि आगामी 9 नवंबर को उत्तराखंड राज्य अपने का स्थापना दिवस की 19 वीं वर्षगांठ बड़े धूमधाम से मनाने जा रहा हैं। उसी को केन्द्र में रखते हुए 'उत्तराखंड भ्रातृ मंडल (पंजी) संस्था, दिलशाद गार्डन, दिल्ली' हरेक साल की भांंति आगामी 10 नवंबर को उत्तराखंड राज्य स्थापना दिवस की 19 वीं वर्षगांठ केे अवसर पर शहीदों को नमन करते हुए रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन करने जा रही है जिसमें आप सपरिवार सादर आमंत्रित हैं। हमें यह बताते हुए अत्यंत हर्ष हो रहा है कि मंडल इस वर्ष कलाकार टीम के अलावा अपने स्थानीय बच्चों, महिलाओं और पुरुषों को भी अपनी कला प्रदर्शित करने का अवसर दिया जा रहा है, इसके लिए आप सभी का सहयोग अत्यंत आवश्यक है, हम समय-समय पर अपने व्हाट्सअप ग्रुप में निवेदन कर रहें हैं कि जो भी कार्यक्रम में अपनी प्रस्तुति देना चाहते हैं वो अपने ब्लॉक प्रतिनिधि या पदाधिकारियों को साझा कर दें, ताकि कार्यक्रम में उचित प्रबंध किया जा सके।
कार्यक्रम की रुपरेखा भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रम- उत्तराखंडी लोक गीत एवं लोकनृत्य
दिनांक:-10 नवंबर 2019
रविवार समय:-10:30 बजे सुबह
स्थान: मुखर्जी मैमोरियल स्कूल, दिलशाद गार्डन
कार्यक्रम प्रस्तुतकर्ता:- मंगलेश डंगवाल, कमल रावत, रंजीत रावत, आशा नेगी एवं बाल गायिका शगुन उनियाल
विशेष:-
1. *रामी बौराणी लघु नाटिका का मंचन*,
2. आप सभी कार्यक्रम का भरपूर आनंद ले सकें इसलिए सदस्यों के लिए सपरिवार भोजन की व्यवस्था भी की जा रही है,
3. 26 जनवरी की प्रतियोगिता मे विजेता व प्रतिभागी बच्चों को पुरस्कृत किया जाएगा,
4. विभिन्न क्षेत्रों में अभूतपूर्व योगदान के मण्डल द्वारा उत्तराखण्ड प्रवासियों को सम्मानित किया जायेगा
5. उत्तराखंड समाज के 2018 -19 की बोर्ड परीक्षा में 10वीं एवं 12वीं में जो भी विद्यार्थी 90% या उससे अधिक अंको से उत्तीर्ण हुए हैं उन बच्चों को भी सम्मानित किया जाएगा।